देश की बेटियों को आर्थिक सुरक्षा और उज्जवल भविष्य देने के उद्देश्य से सरकार ने लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत जन्म से लेकर 21 वर्ष की आयु तक बालिकाओं को लगभग ₹1.5 लाख तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह पहल न केवल शिक्षा और स्वास्थ्य को मजबूत बनाती है, बल्कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को गति प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
लाडो प्रोत्साहन योजना क्या है
Lado Protsahan Yojana एक राष्ट्रीय स्तर की बालिका कल्याण योजना है, जिसके माध्यम से बेटियों को जन्म से लेकर 21 वर्ष पूर्ण होने तक निर्धारित चरणों में वित्तीय सहायता मिलती है। यह लाभ देश के सभी राज्यों के परिवार उठा सकते हैं। योजना का उद्देश्य बेटियों को जन्म से ही आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना और उन्हें शिक्षा तथा सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है।
योजना की प्रमुख विशेषताएं: सहायता राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर
लाडो प्रोत्साहन योजना में लाभार्थी बालिकाओं को जन्म से लेकर 21 वर्ष की उम्र तक अलग-अलग चरणों में कुल लगभग ₹1.5 लाख की सहायता दी जाती है। राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है ताकि किसी प्रकार की धोखाधड़ी की संभावना न रहे। योजना का लक्ष्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बालिकाओं को प्रोत्साहित करना है, जिसके लिए आवेदन की सुविधा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में उपलब्ध है।
योजना का उद्देश्य: समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा
इस योजना का प्रमुख मकसद गरीब और मध्यम आय वर्ग के परिवारों की बेटियों को आर्थिक सुरक्षा देना है। कई क्षेत्रों में अभी भी बेटियों के जन्म को लेकर नकारात्मक धारणाएं देखी जाती हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार बेटियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण स्थापित करना चाहती है और उन्हें शिक्षा, पोषण तथा सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूत आधार प्रदान कर रही है।
लाडो प्रोत्साहन योजना के लिए पात्रता: किन परिवारों को मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ भारत के सभी राज्यों के स्थायी निवासी उठा सकते हैं। यह सुविधा केवल अगस्त 2024 के बाद जन्मी बालिकाओं पर लागू होगी। बालिका के अभिभावक सरकारी नौकरी में नहीं होने चाहिए तथा परिवार आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी में होना चाहिए। पात्रता की पुष्टि के बाद ही बालिका को योजना के तहत निर्धारित सहायता प्रदान की जाती है।
चरणवार सहायता: जन्म से 21 वर्ष तक मिलने वाली पूरी राशि का विवरण
लाडो प्रोत्साहन योजना में कुल लगभग ₹1.5 लाख की राशि निर्धारित समय पर दी जाती है। जन्म के समय ₹5,000, पहली कक्षा में प्रवेश पर ₹10,000, छठवीं कक्षा प्रवेश पर ₹15,000, दसवीं कक्षा में प्रवेश पर ₹20,000 और बारहवीं कक्षा में प्रवेश पर ₹25,000 की राशि प्रदान की जाती है। 21 वर्ष पूरे होने पर बालिका को अंतिम रूप से ₹70,000 की राशि दी जाती है, जिससे कुल सहायता लगभग ₹1.45 लाख तक पहुंच जाती है।
बेटियों के लिए बड़ा समर्थन: शिक्षा, स्वास्थ्य और विवाह में आर्थिक मजबूती
यह योजना बेटियों के जीवन के हर महत्वपूर्ण चरण में आर्थिक सहायता प्रदान करती है। शिक्षा का खर्च कम होता है, स्वास्थ्य देखभाल सुचारू रहती है और अभिभावकों पर आर्थिक तनाव कम पड़ता है। साथ ही बालिकाओं के भविष्य और विवाह के लिए सुरक्षित राशि उपलब्ध हो जाती है, जिससे परिवारों में बेटियों के प्रति सकारात्मकता और विश्वास बढ़ता है।
आवेदन प्रक्रिया: आसान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प
लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 के लिए आवेदन करना सरल है। आवेदक आधिकारिक पोर्टल पर जाकर नया पंजीकरण कर सकते हैं और बेटी व अभिभावक से संबंधित जानकारी भर सकते हैं। जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और बैंक पासबुक जैसी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने के बाद आवेदन सबमिट किया जा सकता है। इंटरनेट सुविधा न होने पर नजदीकी महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय या CSC केंद्र के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है।
बेटियों के कल्याण के लिए व्यापक सरकारी प्रयास
लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित की जा रही है। इसका लाभ देश की हर बेटी को देने का लक्ष्य है, बशर्ते वह पात्रता मानदंडों को पूरा करती हो। योजना अगस्त 2024 से लागू की गई है और आवेदन प्रक्रिया दोनों माध्यमों से जारी है। सरकार का उद्देश्य बेटियों को वित्तीय रूप से सक्षम बनाना और सामाजिक सुरक्षा का मजबूत आधार प्रदान करना है।
निष्कर्ष
Lado Protsahan Yojana 2025 देशभर की बेटियों के लिए एक ऐतिहासिक और प्रभावी योजना है। जन्म से लेकर 21 वर्ष तक दी जाने वाली वित्तीय सहायता न केवल बेटियों को पढ़ाई और स्वास्थ्य में मदद करती है, बल्कि परिवारों में सकारात्मक सोच को भी प्रोत्साहन देती है। यदि आपकी बेटी का जन्म अगस्त 2024 के बाद हुआ है, तो लाडो प्रोत्साहन योजना में आवेदन कर उसके उज्ज्वल भविष्य की दिशा में मजबूत कदम उठाया जा सकता है।
