देशभर के पारंपरिक कारीगरों और कौशल आधारित कामगारों के लिए केंद्र सरकार ने PM Vishwakarma Yojana के माध्यम से बड़ी राहत दी है। इस योजना के तहत बढ़ई, लोहार, जुलाहा, सुनार, मोची, नाई, हथकरघा कामगार और अन्य पारंपरिक कारीगर अब बेहद कम ब्याज दर पर वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। सरकार की इस पहल के बाद Google पर PM Vishwakarma Loan Apply Online, Portal Login और Eligibility जैसी जानकारियों की खोज तेजी से बढ़ी है।
पहली किस्त में ₹1 लाख तक का लोन मिलेगा सिर्फ 5% ब्याज दर पर
सरकार ने योजना के तहत कारीगरों को पहली किस्त में ₹1 लाख तक का लोन उपलब्ध कराने का फैसला किया है। खास बात यह है कि इस पर सिर्फ 5% की रियायती ब्याज दर लागू की गई है। बिना किसी collateral और processing fee के यह लोन आसानी से मिल जाता है। EMI अवधि 18 से 24 महीने होने पर मासिक किश्त लगभग ₹4,500 से ₹5,500 के बीच आएगी। सरकार द्वारा दी जाने वाली ब्याज सब्सिडी इस लोन को और भी सस्ता बना देती है।
कौशल विकास और टूलकिट पर भी मिल रही है सरकारी सहायता
PM Vishwakarma Yojana का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक वित्तीय सहायता के साथ skill upgradation की सुविधा देना है। प्रशिक्षण पूरा करने वाले लाभार्थियों को सरकार द्वारा ₹15,000 तक की आधुनिक टूलकिट सहायता भी प्रदान की जाती है। लोन प्राप्त होने के बाद कारीगर नई मशीनरी खरीदने, कच्चा माल लेने या अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार करने में सक्षम होते हैं।
PM Vishwakarma Yojana की पात्रता शर्तें
योजना का लाभ पाने के लिए आवेदक का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है। लाभार्थी किसी पारंपरिक कौशल या कारीगरी से जुड़ा होना चाहिए और उसके पास Aadhaar तथा PAN दोनों मौजूद होने चाहिए। इसके अलावा आवेदक किसी अन्य सरकारी सब्सिडी आधारित लोन योजना जैसे PMEGP या Mudra Loan में डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए।
PM Vishwakarma Loan Online Apply करने की प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल है। इसके लिए आधिकारिक पोर्टल pmvishwakarma.gov.in पर जाकर सबसे पहले Registration या Login करना होगा। इसके बाद Aadhaar आधारित e-KYC प्रक्रिया पूरी करनी होती है। आवेदक को अपने कौशल और व्यवसाय की श्रेणी का चयन कर आवश्यक दस्तावेज जमा करने होते हैं। सत्यापन पूरा होने पर Skill Training Call Letter जारी किया जाता है। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद प्रमाणपत्र मिलता है और इसके बाद लोन आवेदन की अनुमति मिलती है। मंजूरी के बाद लोन राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेज दी जाती है।
